3. सभी प्रश्नों के उत्तर दें :
(a) 'कविवर रवीन्द्रनाथ ठाकुर' के रचनाकार कौन हैं।
| (b) 'भकोलिया' मंगर की कौन थी ?
(c) 'लहूलुहान समाजवाद टीले पर खड़ा हैं। 'किस
| (d) 'जीवन-संदेश' के कवि कौन हैं ?
(e) 'जीवन का झरना के कवि कौन हैं?
| 4. संक्षेपण करें-
भारतमाता की आत्मा गाँव में निवास करती है। भारती
हैं। केवल किसान ही नहीं, बल्कि पूरा परिवार खुले आकाश के नीचे
और मैदानों में खेती तथा पशु चरण कार्य में लगे रहते हैं। फिर १
| हुए हैं। धूल-भरा मैला-सा ऑचल उनकी गरीबी का चिन्ह है। उनक
ती तो है।
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(1) — ‘कविवर रवीन्द्रनाथ ठाकुर’ के रचनाकार ‘रविन्द्रनाथ ठाकुर’ हैं।
(2) — ‘भकोलिया’ मंगर की अर्द्धांगिनी अर्थात पत्नी थी। ये ‘रामवृक्ष बेनीपुरी’ द्वारा लिखित एक कहानी है।
(3) — ‘लहूलुहान समाजवाद टीले पर खड़ा है’ इसका उल्लेख ‘हरिशंकर परसाई’ ने अपने एक लेख ‘ठिठुरता गणतंत्र’ में किया है।
(4) — 'जीवन-संदेश' कविता के कवि ‘रामनरेश त्रिपाठी’ हैं।
(5) — 'जीवन का झरना’ कविता के कवि ‘आरसी प्रसाद सिंह’ हैं।
(6) — संक्षेपण.....
असली भारत गाँवों में बसता है। भारत के असली नागरिक वो किसान हैं जो जी-तोड़ मेहनत कर हमारे लिये अन्न उगाते हैं। उनका जीवन स्तर निम्न ही बना रहता है। उन्हें और उनके परिवार को एक सुकून भरा और सुरक्षित घर तथा सुख चैन से भर-पेट भोजन तक नही मिलपाता। गरीबी उनकी नियति बन चुकी है।
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