3.
सफलता का भार चले।
नीचे लिखा पद्यांश पढ़कर उस पर दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
हम भिखमंगों की दुनिया में,
स्वच्छंद लुटाकर प्यार चले,
हम एक निसानी-सी उर पर,
ले असफलता का भार चले।
(क) कवि तथा कविता का नाम लिखिए।
(ख) 'भिखमंगों की दुनिया से क्या आशय है?
(ग) दीवानों के हृदय पर किस असफलता के निशान हैं?
Answers
Answered by
1
Answer:
हम भीख मांगे की दुनिया में एक मियां से से ऊपर पर ले असफलता का भार चले
Similar questions