3. सर्पः क्रूरः खलः क्रूरः, सर्पात् क्रूरतरः खलः। सर्पः शाम्यति मन्त्रेण, दुर्जनः नैव शाम्यति ॥ hindi translation
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जैसे कुत्ते की पूंछ स्वेदन, अंजन इत्यादि उपाय से सरल नहीं बनती, वैसे दुष्ट मानव हंमेशा सेवा करने के बावजुद सरल नहीं बनता । सर्प क्रूरः खलः क्रूरः सर्पात् क्रूरतरः खलः । मन्त्रेण शाम्यते सर्पः न खलः शाम्यते कदा ॥ सर्प क्रूर है, दुष्ट भी क्रूर है
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