3 ३. दिए गए संकेत बिंदुओं के आधार पर अनुच्छेद
लिखिए:-" प्रकृति से छेड़छाड़" 5 संकेत बिंदु :- भूमिका,प्रकृति से
खिलवाड प्रकृति से छेड़छाड़ के दुष्परिणाम ,प्रकृति की सुरक्षा के
उपाय, उपसंहार।
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प्रकृति से छेड़छाड़
प्रकृति वह प्राकृतिक वातारण है जो हमें घेरती है, हमारी देखभाल करती है और हर पल हमारा पोषण करती है। यह हमें नुकसान से बचाने के लिए ह चारों ओर एक सुरक्षाककच प्रदान करती है। हम हवा, जमीन, पानी, आर और आकाश जैसे प्राकृतिक तत्वों के बिना जीवित नहीं। परंतु इतना सबकुछ जानने के बावजूद भी मनुष्य अपनी स्वार्थी
प्रवृति से बाज नहीं आता। पेड़ काटने से लेकर कांगूज का अंधाधुंध
इस्तेमाल करने तक मनुष्य प्रकृति को हानि पहुंचाने का एक मौका भी
छोड़ता। मानव प्रदूषण बढ़ाता है, अपनी बाहरी सुंदरता को आकर्षक बनाने
के लिए बेवजह फूल तोड़ता है। इतना सबकुछ करने के बाद भी मानव अ
आप को अपराधी समझने की बजाए समाज सेवक समझता है। वह इस
बर्बादी को एहसान मानता है। अभी भी समय है, मनुष्य अपनी गलती का पश्चाताप कर सकता है। प्रकृति की भूमिका को समझ कर उसके संरक्षण के लिए कदम उठा सकता
पेड़ लगाए | बेवजाह पेड़ों और जंगलों को नष्ट न करें। कांगज़ के दोनो तरफ लिए। गाड़ियों की बजाए बस या ट्रेन से सफर करें।
अपनी जरूरतों को पूरा करें माँगों को नहीं।"