India Languages, asked by hiteshroy9764, 11 months ago

3. ‘दीपनुतिः खलु शत्रुपरा’–अत्र अव्ययपदम् अस्ति
(क) शत्रु
(ख) दीप
(ग) नुतिः
(घ) खलु

Answers

Answered by aditisingh24
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Answer:

खलु is the right answer

Answered by coolthakursaini36
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6. ‘दीपनुति: खलु शत्रुपरा’ – अत्र अव्ययपदम् अस्ति-

उत्तरम् -> (घ) खलु|

व्याख्या -> जिन शब्दों के रूपों में किसी भी दशा में कोई भी परिवर्तन न आए वो अव्यय कहलाते हैं| जैसे – अत्र = यहाँ, तत्र = वहां, खलु = निश्चय रूप से, कदा = कब, तदा = तब, कुत्र = कहाँ, च = और, अपि = भी, श्व: = अगले कल, ह्य: = पिछले कल, दिवा = दिन के समय, सहसा = अचानक, सह = साथ इत्यादि|

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