Hindi, asked by rishika02132912, 5 months ago

3. दो स्वरों के मेल से होनेवाले परिवर्तन को स्वर संधि कहते हैं; जैसे-रवीन्द्र
रवि + इन्द्र। इस संधि में इ + इ
ई हुई है। इसे दीर्घ संधि कहते हैं।
दीर्घ स्वर संधि के और उदाहरण खोजकर लिखिए। मुख्य रूप से स्वर
संधियाँ चार प्रकार की मानी गई हैं-दीर्घ, गुण, वृद्धि और यण।
हस्व या दीर्घ अ, इ, उ के बाद ह्रस्व या दीर्घ अ, इ, उ, आ आए तो ये
आपस में मिलकर क्रमशः दीर्घ आ, ई, ऊ हो जाते हैं, इसी कारण इस
संधि को दीर्घ संधि कहते हैं; जैसे-संग्रह + आलय संग्रहालय, महा +
आत्मा = महात्मा।
इस प्रकार के कम-से-कम दस उदाहरण खोजकर लिखिए और अपनी
शिक्षिका/शिक्षक को दिखाइए।


plz ans this question . ​

Answers

Answered by Roshnikumarimandal
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Explanation:

दीर्घ संधि

नियम– अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ वर्णों के बीच होने वाली संधि दीर्घ संधि कहलाती है । क्योंकि इनमें से वर्ण कोई भी हो संधि दीर्ध हो जाती है । इसे वर्णों से बनने वाली संधि के कुछ उदाहरणों से समझा जा सकता है ।

उदाहरण

अ + अ= आ धर्म + अर्थ= धर्मार्थ

अ + आ= आ हिम +आलय= हिमालय

आ + अ= आ विद्या + अर्थी= विद्यार्थी

आ + आ= आ विद्या + आलय= विद्यालय

इ + इ= ई कवि + इच्छा= कवीच्छा

ई + इ= ई नदी + ईश= नदीश

उ + उ= ऊ भानु + उदय= भानूदय

उ + ऊ= ऊ लघु + ऊर्मि= लघूर्मि

ऊ + उ= ऊ वधू + उत्सव= वधूत्सव

ऊ + ऊ= ऊ वधू + ऊर्जा= वधूर्जा

ऋ + ऋ= ऋ मातृ + ऋण= मातृण

Answered by divyapandey0893
0

Explanation:

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