3. दृढ़ संकल्प से दुविधा की बेड़ियाँ कट जाती हैं। मेरी दुविधा भी दूर हो गई। कुएँ में घुसकर चिट्ठियों को निकालने का
निश्चय किया। कितना भयंकर निर्णय था! पर जो मरने को तैयार हो, उसे क्या? मूर्खता अथवा बुद्धिमत्ता से किसी काम को
करने के लिए कोई मौत का मार्ग ही स्वीकार कर ले, और वह भी जान-बूझकर, तो फिर वह अकेला संसार से भिड़न का
तैयार हो जाता है। और फल? उसे फल की क्या चिन्ता? फल तो किसी दूसरी शक्ति पर निर्भर है।
प्रश्न-(क) गद्यांश के पाठ और लेखक का नाम लिखिए।
(ख) रेखांकित अंश की व्याख्या कीजिए।
Answers
Answered by
3
Answer:
द संकल्प से अच्छे से अच्छा युद्ध भी जीत सकते हैं
Similar questions