Science, asked by ankitydav5108, 6 months ago

3. विद्युत् संयोजी बन्ध का उदाहरण है​

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Answered by siddharthkhorwal
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Answer:

विपरीत आवेशित दो आयन (Na+ व Cl–) Na+Cl– के रूप में विध्युतस्थैतिक आकर्षण बल द्वारा एक साथ बंध जाते है।. सोडियम क्लोराइड का निर्माण चित्रा के रूप में दर्शाया जा सकता है। बल जो Na+ व Cl– आयनों को एक साथ बांधता है विध्युतसंयोजी बंध कहलाता है। यह बंध आयनों के मध्य पाया जाता है, इसे आयनिक बंध भी कहा जाता है।

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