3) What is the effect of buckling defect in a lead acid
battery? | सीसा अम्ल बैटरी में बकलिंग दोष का क्या प्रभाव पडता है?
A) Bending of the electrodes | इलेक्ट्रोडों का मुड़ जाना
B) Reducing the strength of electrolyte | विद्युत
अपघट्य की शक्ति का कम हो जाना
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C) Making short between the electrodes | इलेक्ट्रोडों के
मध्य लघुपथन
D) Increasing the internal resistance | आतंरिक
प्रतिरोध में वृद्धि
Answers
Answer:
1)=>Its formation removes some active material from the battery. Also formation of the crystals on the plates interferes with electrolytic action which may become unequal on opposite sides of the plate resulting in buckling. Sulphation of the negative plate usually results from excessive local galvanic action.2
Answer:
=>Its formation removes some active material from the battery. Also formation of the crystals on the plates interferes with electrolytic action which may become unequal on opposite sides of the plate resulting in buckling. Sulphation of the negative plate usually results from excessive local galvanic action.
Explanation:
लेड-एसिड बैटरी (Lead-acid batteries) बहुतायत में प्रयोग आने वाली बैटरी है जिसका आविष्कार सन् 1859 में फ्रांसीसी भौतिकशास्त्री गैस्टन प्लेन्टी (Gaston Planté) ने किया था। पुन: आवेशित (चार्ज) करने योग्य बैटरियों में यह सबसे पुरानी बैटरी है।
कार आदि में प्रयुक्त लेड-एसिड बैटरी
सबसे कम उर्जा-से-भार के अनुपात की दृष्टि से निकिल-कैडमियम बैटरी के बाद यह दूसरे स्थान पर आती है। इसमें थोड़े समय के लिये उच्च धारा प्रदान करने की क्षमता होती है। उपरोक्त गुणों के अतिरिक्त यह बहुत ही सस्ती भी होती है जिसके कारण कारों, ट्रकों, अन्य गाड़ियों तथा व्यवधानरहित शक्ति स्रोतों में बहुतायत में प्रयोग की जाती है।
संरचना
कार्यविधि