Hindi, asked by mahendercharan21, 11 months ago

30. भगवद गीता यथारूप की भूमिका के अंतिम पृष्ठ पर
मपर्ण गरु शिष्य परंपरा उल्लेखित है जो भगवान कृष्ण से प्रारम्भ हो ए. सी. भक्तिवेदांत
स्वामी प्रभुपाद तक है, जो इस पुस्तक के लेखक हैं। नारद मुनि तथा स्वामी प्रभुपाद के
बीच कितने आध्यात्मिक गुरु हैं?
क.30 ख. 29 ग. 27
घ.28​

Answers

Answered by kolisaksham848
15

Answer:

घ)28 is the right answer

Answered by namanyadav00795
3

नारद मुनि तथा स्वामी प्रभुपाद के  बीच 28 आध्यात्मिक गुरु हैं?

THE DISCIPLIC SUCCESSION

Evam parampara-praptam imam rajarsayo viduh. (Bhagavad-gita, 4.2) This Bhagavad-gita As It Is is received through this disciplic succession:

1) Krsna

2) Brahma

3) Narada

4) Vyasa

5) Madhva

6) Padmanabha

7) Nrhari

8) Madhava

9) Aksobhya

10) Jayatirtha

11) Jnanasindhu

12) Dayanidhi

13) Vidyanidhi

14) Rajendra

15) Jayadharma

16) Purusottama

17) Brahmanyatirtha

18) Vyasatirtha

19) Laksmipati

20) Madhavendra Puri

21) Isvara Puri, (Nityananda, Advaita)

22) Lord Caitanya

23) Rupa (Svarupa, Sanatana)

24) Raghunatha, Jiva

25) Krsnadasa

26) Narottama

27) Visvanatha

28) (Baladeva) Jagannatha

29) Bhaktivinode

30) Gaurakisora

31) Bhaktisiddhanta Sarasvati

32) His Divine Grace A.C. Bhaktivedanta Swami Prabhupada.

More Question:

इस कलियुग में कृष्ण भावना ही योग की सर्वोत्तम  पद्धति क्यों है ? (भगवद्गीता 6.20-22)

क. क्योंकि इसमें कठिन शारीरिक व्यायाम की आवश्यकता

नहीं।

ख. क्योंकि इसमें घंटों तक नाक की नोक पर ध्यान केन्द्रित

करने

की आवश्यकता नहीं।

ग. क्योंकि कलियुग में ध्यानयोग, ज्ञानयोग और हठयोग का

पालन करने में अनेक समस्याएं हैं।

घ. ऊपर लिखित सभी​

https://brainly.in/question/14313919

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