Hindi, asked by pajupatil481, 13 days ago

32.दोहे का भावार्थ अपने शब्दों में लिखिए।
तुलसी साथी विपत्ति के, विद्या, विनय, विवेक

साहस सुकृत सुसत्यव्रत, राम भरोसों एक।।​

Answers

Answered by nilesh9944
7

भाव:-

प्रस्तुत दोहे में तुलसीदास जी कह रहे है कि मनुष्य पर जब विपत्ति,पडती है। तब विद्या, विनय तथा विवेक उसका साथ निभाते है। उसी प्रकार जो रामप भरोसा करता है। वह साहसी सुसत्यव्रत, और सुकृतवन बनता।

Similar questions