36.
रसखान को वैष्णव भक्ति की दीक्षा किस संत
ने दी?
(A)-
दिनकर
(B)
गोसाईं विट्ठलनाथ
(C)
हरिशंकर परसाई
(D)
विद्यापति
Answers
रसखान को वैष्णव भक्ति की दीक्षा किस संत ने दी ?
इसका सही जवाब होगा :
(B) गोसाईं विट्ठलनाथ
व्याख्या :
- रसखान को वैष्णव भक्ति की दीक्षा संत गोसाई विट्ठलनाथ ने दी थी
- रसखान एक मुस्लिम कवि होते हुए भी श्रीकृष्ण के परम भक्त थे। वह सोलहवीं शताब्दी के एक प्रसिद्ध कवि थेष जिन्होंने श्रीकृष्ण की भक्ति में अनेक प्रकार के काव्य की रचना की। वे रीतिकालीन रीतिमुक्त कवियों में प्रमुख थे। उनके गुरु का नाम गोसाईं विट्ठलनाथ था, जिन्होंने उन्हें वैष्णव भक्ति की दीक्षा दी थी।
- गोसाईं विट्ठलनाथ वल्लभ संप्रदाय के प्रवर्तक श्री वल्लभाचार्य के दूसरे पुत्र थे। रसखान भी बल्लभ संप्रदाय से जुड़े हुए थे।
Answer:
रसखान को वैष्णव भक्ति की दीक्षा प्रमुख संत गोसाईं विट्ठलनाथ ने दी
Step-by-step explanation:
वैष्णव भक्ति अर्थात भगवान विष्णु की भक्ति
जैसा की हम जानते हैं की भगवान् विष्णु के कुल दस अवतार थे, जिनमें एक भगवान् कृष्ण भी थे
रसखान का जन्म सन 1533 में एक पठान वंश में दिल्ली में हुआ था।
रसखान मुगल शासक हमायूं की कलह की वजह से परेशान हो कर सन वर्ष 1551 में ब्रज की भूमि में चले आए।
व्रज में जा कर रसखान भगवान् कृष्ण की भक्ति में खुद को लीन कर लिए एवं यहां भक्तों के बीच घूमते रहे।
रसखान व्रज में गोस्वामी विट्ठलनाथजी के कृपा के पात्र बने एवं गोस्वामी विट्ठलनाथजी ने उन्हें अपना शिष्य बनाया
रसखान ने 1570 ईसवीं में गोकुल में विट्ठलनाथजी से वैष्णो धर्म की दीक्षा ग्रहण की।