4. आरंभिक भारतीय इतिहास में छठी शताब्दी ई.पू. को किसके प्रयोग के साथ जोड़ा गया है। (अ) सोने का प्रयोग (ब) चांदी का प्रयोग {स } लोहे का प्रयोग (द) तांबे का प्रयोग 5. किस वंश के शासक अपने नाम के आगे 'देवदूत' की उपाधि लगाते थे? (अ) मौर्य शासक (ब) गुप्त शासक (स}शक शासक (द) कुषाण शासक 5. इण्डिका नामक पुस्तक की रचना किसने की थी? {अ} सुकरात (ब) प्लूटो {स } मेगस्थनीज (द) अरस्तु
Answers
आरंभिक भारतीय इतिहास में छठी शताब्दी ई.पू. को किसके प्रयोग के साथ जोड़ा गया है।
➲ (स) लोहे का प्रयोग
⏩ आरंभिक भारतीय इतिहास में छठी शताब्दी ईस्वी पूर्व को एक परिवर्तनकारी काल माना जाता है और इस काल को आरंभिक नगरों, लोहे के बढ़ते प्रयोग और सिक्कों के विकास के साथ जोड़ा जाता है।
किस वंश के शासक अपने नाम के आगे 'देवदूत' की उपाधि लगाते थे?
➲ (द) कुषाण शासक
⏩ कुषाण वंश के शासक अपने नाम के आगे ‘देवदूत’ की उपाधि लगाते थे। वे संभवतः तत्कालीन चीनी वंश से प्रेरित होकर ऐसा करते थे, जो अपने नाम के आगे ‘स्वर्गपुत्र’ लगाते थे।
इण्डिका नामक पुस्तक की रचना किसने की थी?
➲ (स) मेगस्थनीज
⏩ ‘इण्डिका’ नाम पुस्तक की रचना ‘मेगस्थनीज’ ने की थी, जो यूनान का एक राजदूत था, जिसे चंद्रगुप्त मौर्य के दरबार में सेल्यूकस ने भेजा था।
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