4) “अपना मालवा खाऊ उजाडू सभ्यता पाठ के आधार पर औद्योगिकरण के विकास के कारण
गी.?
Answers
लेखक ने पाठ में मालवा के मौसम नदियों, वहां के जनजीवन और संस्कृति का वर्णन किया है।
मालवा में बारिश
मालवा में जब बरसात की झड़ी लगती है, तो वहां के जनजीवन पर काफी प्रभाव पड़ता है !
जनजीवन पर बारिश का प्रभाव !
किसानों की फसल ज्यादा पानी के कारण गल जाती है !
पर आगे की फसलों की सिंचाई के लिए पानी इकट्ठा हो जाता है !
बारिश होने के कारण गेहूं और चने की फसल अच्छी होती है परंतु सोयाबीन की गल जाती है !
बरसात के कारण लोगों को आने-जाने में दिक्कत होती है !
नदियों में बाढ़ आना !
पहले जैसी बारिश न होना
मनुष्य ने प्रकृति में बहुत सारे बदलाव किए हैं जिससे कि वायुमंडल में कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा बढ़ गई है !
नदी और तालाब गाद से भर गए हैं !
उद्योगों से निकलने वाली गैसों से पर्यावरण गर्म हो रहा है !
वायु प्रदूषण !
आज के इंजीनियरों का भ्रम
आज के इंजीनियर पश्चिमी शिक्षा को उच्च मानते हैं उनका मानना है कि जल संरक्षण की जानकारी हमें पश्चिमी देशों से मिली है !
वह ऐसा मानते हैं कि पहले के जमाने के लोग इस बारे में कुछ नहीं जानते थे !
लेकिन यह उनका भ्रम है पहले के समय में ऐसे राजा हुए जिन्होंने जल संरक्षण के लिए बड़े बड़े तालाब और बावड़ी बनवाई !
राजाओं के नाम
विक्रमादित्य
भोज
मुंजाल
ओमकेश्वर में नर्मदा पर बांध
लेखक ने देखा ओंकेश्वर में नर्मदा पर बांध बन रहा था यह सीमेंट और कंक्रीट के विशाल राक्षस जैसा था !
ऐसा लग रहा था मानो नर्मदा नदी बांध से चिढ़ रही हो बांध के कारण नदी के वेग में रुकावट आ गई !
नदियां गंदे पानी के नाले
मानव ने विकास के लिए नए नए प्रयोग किए और उद्योगों की स्थापना की और उद्योगों से निकलने वाले कचरे को नदियों में बहा देने से नदियां गंदे नालों में बदल गई !
पूजा सामग्रियों को नदियों में फेंका जाता है !
शिप्रा, चंबल, नर्मदा, चोरल नदियां गंदी हो रही है !
हम जिसे विकास की औद्योगिक सभ्यता कहते हैं वह वास्तव में उजाड़ की असभ्यता है !
वातावरण गर्म होने के कारण
पेड़ों की कटाई
उद्योगों का दुआ
हानिकारक गैसें
यूरोप और अमेरिका की भूमिका
उद्योगों का सबसे अधिक विकास यूरोप और अमेरिका में हुआ है !
इन देशों ने नए नए प्रयोगों से वातावरण में हानिकारक गैसें फैलाई !
यह देश अपनी इस जीवन शैली से समझौता नहीं करना चाहते !
वातावरण गर्म होने के प्रभाव
ध्रुवों की बर्फ पिघलना
मौसम चक्र बिगड़ना
लद्दाख में बर्फ की जगह पानी गिरना
मालवा में कम बरसात