-4. भारतीय संविधान के किन अनुच्छेदों के .
शोषण के विरूद्ध अधिकार वर्णित है? ।
(a) अनु.-14 से 15
(b) अनु.-23 से 24
(c) अनु.-16 से 17
(d) अनु.-25 से 26
Answers
Answer:
Explanation:
संविधान के अनु. 23 से 24 मे शोषण के विरूद्ध अधिकार के बारे मे वर्णित है।
अनु.23- मानव के दुर्व्यापार और बलात् श्रम का प्रतिषेध- इसके तहत व्यक्ति की खरीद फरोख्त और जबरदस्ती लिया गया कार्य को अवैध ठहराया गया है।
अनु.24- बालकों के नियोजन का प्रतिषेध- 14 वर्ष से कम आयु के बच्चो को कारखानो या किसी जोखिम भरे काम मे नियुक्त नही किया जा सकता।
नमस्कार दोस्तों,
आपने भारत के के संबंध में बेहतरीन सवाल पूछा है। उम्मीद है आपको इसका जवाब पसंद आएगा।
भारतीय संविधान में दिए गए नागरिकों के मौलिक अधिकारों में शोषण के विरूद्ध अधिकार अनुच्छेद 23 से 24 में वर्णित है।
Explanation:
भारतीय संविधान में दिए गए मौलिक अधिकारों को संयुक्त राज्य अमेरिका के संविधान से लिया गया है। इसका वर्णन संविधान के भाग-3 में (अनुच्छेद 12 से अनुच्छेद 35) है। इसमें संशोधन हो सकता है और राष्ट्रीय आपात के दौरान (अनुच्छेद 352) जीवन एवं व्यकितिगत स्वतंत्रता के अधिकार को छोड़कर अन्य मौलिक अधिकारों को स्थगित किया जा सकता है।
मूल संविधान में सात मौलिक अधिकार थे, लेकिन 1979 में किए गए 44वें संविधान संशोधन में संपत्ति का अधिकार (अनुच्छेद 31 से अनुच्छेद 19f) को मौलिक अधिकार की सूची से हटाकर इसे संविधान के अनुच्छेद 300 (a) के अन्तगर्त क़ानूनी अधिकार के रूप में रखा गया है।
भारतीय नागरिकों को निम्नलिखित मूल अधिकार प्राप्त हैं:
1. समता या समानता का अधिकार (अनुच्छेद 14 से अनुच्छेद 18)
2. स्वतंत्रता का अधिकार (अनुच्छेद 19 से 22)
3. शोषण के विरुद्ध अधिकार (अनुच्छेद 23 से 24)
4. धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार (अनुच्छेद 25 से 28)
5. संस्कृति और शिक्षा संबंधी अधिकार (अनुच्छेद 29 से 30)
6. संवैधानिक अधिकार (अनुच्छेद 32)