4. हमें फल की चिंता क्यों नहीं करनी चाहिए?
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ये गीता के दूसरे अध्याय का श्लोक है और बहुत प्रचलित भी है। इस श्लोक में श्रीकृष्ण ने अर्जुन से कहा है कि सिर्फ कर्म पर तुम्हारा अधिकार है, लेकिन कर्म के फल पर तुम्हारा अधिकार नहीं है। इसीलिए कर्म के फल की चिंता नहीं करनी चाहिए।
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