4.
(i) 'मुझसे पत्र नहीं लिखा गया।' वाक्य का कर्तृवाच्य है-
(क) मैंने पत्र नहीं लिखा।
(ख) मैंने पत्र नहीं लिखा था।
(ग) मैं पत्र नहीं लिखता।
(घ) मैं पत्र नहीं लिख सकता।
(11) कर्मवाच्य है-
(क) लड़के आँगन में सो रहे हैं।
(ख) अब चला जाए।
(ग) हम रोज़ नहाते हैं।
(घ) उससे दिन में फल खाए जाते हैं।
(iii) वाल्मीकि द्वारा रामायण लिखी गई। वाच्य है-
(क) कर्तृवाच्य ख) कर्मवाच्य
(ग) भाववाच्य
(घ) कोई नहीं
(iv) भाववाच्य है-
(क) पक्षी आकाश में उड़ते हैं।
(ख) बच्चा खूब रोया।
(ग) मुझसे बैठा नहीं जाता।
(घ) सिपाही द्वारा चोर पकड़ा गया।
(v) अशोक ने विश्व को शांति का संदेश दिया। वाच्य है-
(क) कर्तृवाच्य (ख) कर्मवाच्य
(ग) भाववाच्य
(घ) कोई नही
Answers
(i) 'मुझसे पत्र नहीं लिखा गया।' वाक्य का कर्तृवाच्य है-
✔ (क) मैंने पत्र नहीं लिखा।
(ii) कर्मवाच्य है-
✔ (घ) उससे दिन में फल खाए जाते हैं।
(iii) वाल्मीकि द्वारा रामायण लिखी गई। वाच्य है-
✔ (ख) कर्मवाच्य
(iv) भाववाच्य है-
✔ (ग) मुझसे बैठा नहीं जाता।
(v) अशोक ने विश्व को शांति का संदेश दिया। वाच्य है-
✔ (क) कर्तृवाच्य
व्याख्या :
✎... वाच्य क्रिया के उस रूप को कहते हैं, जिससे वाक्य की कर्ता प्रधानता, कर्म प्रधानता अथवा भाव प्रधानता का बोध होता है। इसी के आधार पर क्रिया के लिंग और वचन निर्धारित होते हैं।
वाच्य के तीन भेद होते हैं.
⑴ कर्तृवाच्य
⑵ कर्मवाच्य
⑶ भाववाच्य
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Answer:
(i) 'मुझसे पत्र नहीं लिखा गया।' वाक्य का कर्तृवाच्य है-
✔ (क) मैंने पत्र नहीं लिखा।
(ii) कर्मवाच्य है-
✔ (घ) उससे दिन में फल खाए जाते हैं।
(iii) वाल्मीकि द्वारा रामायण लिखी गई। वाच्य है-
✔ (ख) कर्मवाच्य
(iv) भाववाच्य है-
✔ (ग) मुझसे बैठा नहीं जाता।
(v) अशोक ने विश्व को शांति का संदेश दिया। वाच्य है-
✔ (क) कर्तृवाच्य
व्याख्या :
✎... वाच्य क्रिया के उस रूप को कहते हैं, जिससे वाक्य की कर्ता प्रधानता, कर्म प्रधानता अथवा भाव प्रधानता का बोध होता है। इसी के आधार पर क्रिया के लिंग और वचन निर्धारित होते हैं।
वाच्य के तीन भेद होते हैं.
⑴ कर्तृवाच्य
⑵ कर्मवाच्य
⑶ भाववाच्य
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