4 . किन्ही 10 दिनों के अवकाश का प्रत्येक दिन का लेखा- झोका
“ मेरी प्रिय डायरी “ शीर्षक पर आधारित
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“ मेरी प्रिय डायरी “ शीर्षक
डायरी : डायरी सही अर्थ में एक 'सच्चे मित्र' की तरह होती है, जिस में हम सब लिख सकते है। इसमें प्रतिदिन की विशेष घटनाओं को लिखकर हम उन्हें यादगार बना लेते है।
पहला दिन (1-1-2020) : आज मेरी छुट्टियों का पहला दिन था | मैं आज बहुत खुश थी |मैंने आज अपने कमरे की सफाई की और सारा सामान अच्छे रखा | आज का दिन बहुत अच्छा गया है | सबके साथ समय बिताने में बहुत मजा आया |
दूसरा दिन :(2-1-2020) आज का दिन बहुत खास था , आज मैंने अपने दादा-दादी से मिलने अपने गाँव गई थी | गाँव में बहुत मजा आया | मेरा मन बहुत था रुकने का पर रुकी नहीं | मुझे अपने दोस्तों के साथ घूमने जाना था इसलिए मैं , थोड़ी देर के लिए मिल कर वापिस आ गई |
तीसरा दिन :(3-1-2020) आज का दिन कुछ खास नहीं हुआ , आज मैंने कोई काम नहीं किया | सारा दिन आराम किया | मैंने सोच रही अपने छुट्टियों में कुछ नया करूं |
चौथा दिन : (4-1-2020) आज मेरी छुट्टी का चौथा दिन खत्म हो गया , आज हम सभी दोस्तों से मिलकर घूमने जाने की योजना बनाई | मुझे उस दिन का इंतजार है , जब हम घूमने जाएँगे |
पांचवा दिन :(5-1-2020) : आज मैं अपने परिवार के साथ बहुत दिनों के बाद मंदिर घूमने गई थी | आज मुझे मजा आया , बहुत दिनों के बाद हम सारा परिवार मिलकर घूमने गए थे | मेरी छुट्टियाँ बहुत अच्छी जा रही है |
छठा दिन : (6-1-2020) : आज सारा दिन काम में निकल गया | आज कुछ अच्छा करने का समय नहीं मिला | आज घर में बहुत मेहमान आए थे | उनके साथ अच्छा समय बिताया |
सातवां दिन :(7-1-2020) : आज मैं अपने डैडी से बहुत कुछ सिखा | आज मैंने उनके साथ फूलों को पानी दिया | फूलों की देखभाल कैसे करते है , वह सब सिखा | अब से मैं हमेशा फूलों का ध्यान रखा करूंगी |
आठवां दिन :(8-1-2020 ) : आज मैं अपने दोस्तों के साथ घूमने गई थी | आज हम सब मिलकर फ़िल्म देखने गए थे | हमने फ़िल्म देखने के बाद , बाजार में बहुत कुछ खाया | सब ने मिलकर बहुत मस्ती की | कल मैं अपनी नानी के घर जा रही हूँ |
नोवाँ दिन : (9-1-2020) : आज नानी के घर बहुत समय के बाद आ के बहुत अच्छा लग रहा | मैं सबसे मिली | यहाँ पर मेरी सारी बहनें है | मुझे इनके साथ रहने में बहुत मजा आता है | आज खेतों में घूमने में बहुत मजा आया |
दसवां दिन :(10-1-2020) : आज सुबह से शाम तक हम खेतों में घूमते रहे | कभी पेड़ में चड़ रहे थे , कभी फल खा रहे थे | आज मैंने पानी भरने कुँए में गई थी | यह मेरे पहला अनुभव था |