Hindi, asked by ak9594571, 6 months ago

4. कबीर ने ईश्वर को 'सब स्वाँसों की स्वाँस में क्यों कहा है?​

Answers

Answered by shwetashekhawat080
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Answer:

सब स्वाँसों की स्वाँस में' से कवि का तात्पर्य यह है कि ईश्वर कण-कण में व्याप्त हैं, सभी मनुष्यों के अंदर हैं। जब तक मनुष्य की साँस (जीवन) है तब तक ईश्वर उनकी आत्मा में हैं।

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Answered by Anonymous
5

Answer:

कबीर का मानना था कि ईश्वर घट-घट में समाया है। वह प्राणी की हर साँस में समाया हुआ है। उसका वास प्राणी के मन में ही है।

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