4- निम्नलिखित गद्याश को पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए. 1x3-3
गधे को कभी क्रोध करते नहीं सुना, ना देखा। जितना चाहो गरीब को मारो चाहे जैसी
खराब सड़ी हुई घास सामने डाल दो उसके चेहरे पर कमी असतोष की छाया कभी नहीं दिखाई
देगी। बैसाख में चाहे एकाद बार कुलेल कर लेता हो पर हमने तो उसे कभी खुश होते नहीं
देखा। उसके चेहरे पर एक स्थाई विशाद स्थाई रूप से छाया रहता है। सुख दुख, हानि लाभ
किसी भी काम के बदलते नहीं देखा। ऋषि मुनियों के जितने गुण है। वे सभी उसमें पराकाष्ठा
को पहुंच गए हैं, हर आदमी उसे बेवकूफ कहता है। सद्गुणों का इतना अनादर कहीं नहीं देखा।
कदाचित सीधापन संसार के लिए उपयुक्त नहीं है।
(क) लेखक ने गधे के स्वभाव की क्या व्याख्या की है,?
(ख गधे में ऋषि मुनियों के किन गुणों की ओर संकेत किया गया है?
(ग) मनुष्य किसे बेवकूफ कहता है?
Answers
Answered by
0
Answer:
क) गधे के स्वभाव पर लेखक ने व्याख्या की है कि
उसे कभी क्रोध नहीं आता
कभी असंतुष्ट नहीं होता।
ख) बयतठक्षडरडदफफ
Similar questions