4. निम्नलिखित पंक्तियों का अर्थ स्पष्ट कीजिए :
(क) गर्मियों में घुटने भर भिगो कर जाते पार।
पार जाते ढोर-डंगर, बैलगाड़ी चालू ,
class 5 hindi workbook
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Answer: गर्मियों में घुटने भर भिगो कर जाते पार।
पार जाते ढोर-डंगर, बैलगाड़ी चालू ,
यह पंक्तियाँ "छोटी -सी हमारी नदी " कविता से ली गई हैं | इस कविता में गाँव का दृश्य उपस्थित किया गया हैं | कवि कहते हैं कि इस नदी में गर्मियों के दिनों में घुटने तक पानी होता है |
नदी छोटी सी भी हैं | (गाँवों में इतनी सड़कें नही होती है | जिसके कारण लोगों को नदी पार करके जाना पड़ता हैं |)तदर्थ कवि कहते हैं कि इस नदी को पार करने के कारण हमारे घुटने भीग जाते है | इस नदी को लोगो का समुदाय ही नहीं पार करता है बल्कि मवेशी (ढोर -डंगर )भी पार करते हैं वही पर बैलगाड़ी भी चलती हैं | (चूँकि गाँव में किसान बहुतायत में रहते है |उनके पास गाय -बैल ,भैंस ,बकरी इत्यादि मवेशी भी होते हैं | बैल जिस लकड़ी की गाड़ी को चलाते हैं उसे बैलगाड़ी कहते हैं | )