4 पत्र किसे कहते है?
5 पत्र के अनिवार्य गुण क्या है ?
6पत्रों के कितने प्रकार होते है? उनका नाम बताइए
7श्रीकठसिंह ने घर से अलग होने का निश्चय क्यों किया ?
8 पार्वती की इशारे पर शिव ने कौन-सा रूप धारण किया ?
9'ठले पर हिमालय का लेखक कौन है?
10 पत्र लेखन को क्यों कला कहते है?
Answers
4- पत्र, चिट्ठी या खत किसी कागज या अन्य माध्यम पर लिखे सन्देश को कहते हैं। ... पत्र संचार का एक सुगम साधन है। इसका उपयोग करना बहुत सरल है। कोई भी व्यक्ति अपनी बात पत्र में आसानी से लिख कर अपना सन्देश दूसरे व्यक्ति को भेज सकता है।
5- एक अच्छे पत्र को अपने विचार को सीधे और स्पष्ट रूप से दिखाना चाहिए। प्रत्येक वाक्य यथासंभव सरल होना चाहिए। न्यूनतम शब्दों का उपयोग करके अधिकतम जानकारी का संचरण पत्र-लेखन का उद्देश्य होना चाहिए। अनावश्यक विवरण और गोल चक्कर अभिव्यक्तियों से बचा जाना चाहिए।
6- पत्र के मुख्यतः दो रूप होते हैं -
- अनौपचारिक (निजी या व्यक्तिगत पत्र)
- औपचारिक (व्यवसायिक /कार्यालय पत्र)
- अनौपचारिक पत्र अपने मित्र तथा परिवार के किसी भी व्यक्ति (जो परिचित है) को लिखा जाता है।
- औपचारिक पत्र किसी भी कार्यालय में या संस्थान से जुड़े व्यक्ति (जो अपरिचित है) को लिखा जाता है।
7- वह स्वभाव से दयावती और क्षमाशील नारी थी। श्रीकंठ के इतने गरम होने पर भी वह झुंझला रही थी। उसकी शिकायत के कारण ही उसका देवर घर छोड़कर जाने को विवश था तथा उसका पति अपने स्वभाव और आचरण के विपरीत घर से अलग होने तथा पिता से लड़ने को उद्यत था।
8- वीरभद्र अवतार
पुराणों के अनुसार भगवान शिव का वीरभद्र अवतार दक्ष के यज्ञ में माता पार्वती के सती होने पर हुआ था। भगवान शिव को पता चला कि माता पार्वती सती ने यज्ञ की अग्नि में प्राण त्याग दिए तो उन्होंने क्रोध में अपने सिर से एक जटा उखाड़ी और उसे पर्वत के ऊपर पटक दिया। उस जटा के पूर्व भाग से महाभंयकर वीरभद्र प्रगट हुए।
9- Dharamvir Bharati
10- पत्र-लेखन (Letter-writing) की परिभाषा
पत्र के द्वारा व्यक्ति अपनी बातों को दूसरों तक लिखकर पहुँचाता हैं। हम पत्र को अभिव्यक्ति का एक सशक्त माध्यम भी कह सकते हैं। ... सरकारी व निजी संस्थाओं के अधिकारियों को अपनी समस्याओं आदि की जानकारी देने के लिए पत्र लिखना पड़ता है।