4. रूपरेखा के आधार पर कहानी पूर्ण कीजिए :
एक नगर में दो स्त्रियाँ - एक ही बालक के लिए दावेदार - आपस में तकरार - मामला न्यायाधीश के
समक्ष
दोनों की बातें सुनना - न्याय करना - बालक के दो टुकड़े करके बाँट लो - एक स्त्री मौन - दूसरी का रोकर
बच्चे को न काटो- उसे ही दे दो - न्यायाधीश का फैसला - रोती हुई स्त्री को बालक सौंपना।
Answers
Answered by
7
कथा लेखन।
Explanation:
- माँ की ममता।
- एक बार रणकपुर नाम के नगर में दो स्त्रियाँ एक बालक के लिए आपस में लड़ रही थी। दोनों स्त्रियों का यह दावा था कि वह बालक उसका है।
- लोगों ने उनके बीच के झगड़े को सुलझाने की कोशिश की, परंतु वे नाकामयाब रहे। तब न्याय मिलने के लिए वे महिलाएं न्यायधीश के पास गई।
- न्यायाधीश ने दोनों स्त्रियों की बातें ध्यान से सुनी परंतु उनके लिए फैसला करना काफी मुश्किल था। फिर उन्हें एक तरकीब सूझी।
- न्यायाधीश ने अपने कर्मचारी को बालक के दो टुकड़े करने का आदेश दिया और एक-एक टुकड़ा स्त्रियों में बाँटने के लिए कहा।
- यह सुनकर एक स्त्री जोरों से रोने लगी और उसने न्यायाधीश से कहा, "कृपया करके यह पाप मत कीजिए। आप चाहे तो मेरे बच्चे को इस स्त्री को दे दीजिए। परंतु, मेरे बच्चे को मत मारिए"।
- वही दूसरी स्त्री चुपचाप खड़ी थी। न्यायाधीश को बच्चे की असली माँ के बारे में पता चल गया। उसने उस महिला को उसका बच्चा सौप दिया और दूसरी महिला को सजा सुनाई।
- सीख: सच्चे इंसान की हमेशा जीत होती है।
Similar questions