4. सूर्यकान्तिः पीतवर्णस्य भवति।
Answers
Answered by
0
Answer:
सूर्यकान्तिः पीतवर्णस्य
Explanation:
registered
Answered by
1
मयखाने (मधुशाला) में शराब पिलाने का काम करने वाले/वाली को साकी कहते हैं। कई ग़जलों और नज्मों में इसका जिक्र किया गया है , मसलन जगजीत जी द्वारा गायी गयी ग़जल "ढल गया आफताब ऐ साकी" में और "जवाँ है रात साकिया शराब ला शराब ला " || कवि हरिवंशराय बच्चन की "मधुशाला" में "साकी" शब्द का जिक्र कई बार देखने को मिलता है । कई शायरों ने "साकी" को, स्त्री रूप में कल्पना करके उसकी सुन्दरता को मय (शराब) के साथ अपनी रचनाओं में जगह दी है | मसलन एक नज्म है," आँख को ज़ाम समझ बैठा था , अन्जाने में.., साकिया होश कहाँ था तेरे दीवाने में..!!"
Similar questions
English,
24 days ago
Math,
1 month ago
Math,
1 month ago
Computer Science,
9 months ago
Computer Science,
9 months ago
Hindi,
9 months ago