Hindi, asked by denamrata28, 8 hours ago

- 4 :

दोहे का भावार्थ लिखिए : तरुवर फल नहीं खात है, सरवर पियहि न पान ।
कहि रहीम परकाजहित, संपत्ति संचहि सुजान ।।दोहे का भावार्थ लिखिए ​

Answers

Answered by rk7585382
2

Answer:

plese make brilliant

Explanation:

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तरुवर फल नहिं खात है, सरवर पियहि न पान। कहि रहीम पर काज हित, संपति संचहि सुजान।। ... अर्थ: कविवर रहीम कहते हैं कि जिसत तर पेड़ कभी स्वयं अपने फल नहीं खाते और तालाब कभी अपना पानी नहीं पीते उसी तरह सज्जनलोग दूसरे के हित के लिये संपत्ति का संचय करते हैं।

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