4. उन्नति कितने प्रकार की होती है?
Answers
उन्नति तीन प्रकार की होती है,
- आत्मिक उन्नति
- शारीरिक उन्नति
- सामाजिक उन्नति
आत्मिक उन्नति : आत्मिक उन्नति से तात्पर्य अपने मन एवं विचारों की उन्नति से है। मन की चंचलता को दूर करके मन में से गलत विचारों को मिटाना तथा अपनी मानसिक दृढ़ता को प्राप्त करना आत्मिक उन्नति के दायरे में आता है। अपने अवगुणों को दूर करना और सकारात्मक सोच रखना ही आत्मिक उन्नति है।
शारीरिक उन्नति : शारीरिक उन्नति से तात्पर्य अपने शरीर को निरोगी एवं स्वस्थ रखने से है। यह शरीर ही जीवन जीने का साधन है। जब यह साधन स्वस्थ रहेगा तभी जीवन को सही ढंग से लिया जा सकता है। इसीलिए शारीरिक उन्नति का अपना महत्व है।
सामाजिक उन्नति : सामाजिक उन्नति में बहुत कुछ समा जाता है। इस उन्नति में आर्थिक दृष्टि से मजबूत होना, रोजगार-व्यापार, सामाजिक प्रतिष्ठा, मान मर्यादा प्राप्त करना सामाजिक उन्नति है। जीवन के सभी आवश्यक भौतिक सुखों की प्राप्ति तथा समाज द्वारा निर्धारित मानदंडों के प्राप्त करना ही सामाजिक उन्नति है।