Science, asked by itsdeepakjha, 3 months ago


4. उत्तल दर्पण के प्रधान अक्ष पर रखे बिंब के प्रतिबिंब के लिए एक किरण आरेख खीचें और प्रतिबिंब
की प्रकृति, आकार (साइज) एवं स्थान को लिखें।

Answers

Answered by MrVampire01
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Explanation:

\underline{\sf\large\blue{QuésTion:-}}

What are your ways of turning your inactive routine into physically active?

\underline{\sf\large\blue{Answer:-}}

Here are some ways to incorporate physical activity into your daily routine:-

Take the stairs. You've probably heard this one before but taking the stairs is a great way to add movement to your day and increase your heart rate. ...

Take a walk. ...

Wake up and work out. ...

Wear a pedometer. ...

Add movement to housework.

Answered by Abhijeet1589
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* कृपया आरेख के लिए चित्र देखें|

छवि की स्थिति: उत्तल दर्पण के ध्रुव और फ़ोकस के बीच।

छवि की प्रकृति: आभासी और सीधा

छवि का आकार: छोटा

उत्तल दर्पण के मुख्य अक्ष पर रखी वस्तु के प्रतिबिम्ब के बनने की व्याख्या इस प्रकार की जा सकती है:

  • मुख्य अक्ष के समानांतर प्रकाश किरण जब एक अवतल दर्पण पर पड़ती है तो फोकस पर मिलती हुई प्रतीत होती है जबकि उत्तल दर्पण के मामले में यह फोकस से हटती हुई प्रतीत होती है।
  • मान लीजिए कि वस्तु AB उत्तल दर्पण के सामने रखी है।
  • मुख्य अक्ष के समानांतर वस्तु से एक किरण AD दर्पण पर पड़ती है जो प्रतिबिंब के बाद फोकस से आती हुई प्रतीत होती है।
  • एक और किरण AE परावर्तन के बाद वक्रता के केंद्र से आती हुई प्रतीत होती है और वापस अपने पथ पर परावर्तित हो जाती है।
  • दोनों परावर्तित किरणें किसी बिंदु पर प्रतिच्छेद नहीं करती हैं, लेकिन वे उत्तल दर्पण के पीछे मिलती हुई प्रतीत होती हैं, जहां छवि बनती है।
  • इस प्रकार उत्तल दर्पण के ध्रुव और फोकस के बीच वस्तु का आभासी, सीधा और छोटा प्रतिबिम्ब बनता है।

#SPJ3

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