44. पंडित राज जगन्नाथ काव्य के कितने भेद किए हैं
(A) उत्तमोत्तम उत्तम
(B) मध्यम
(C) अधम
(D) सभी
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Answer:
Iska answer option d h yani
D=सभी
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Hope so my answer was helpful for u if not i will try to do my best next time.
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सही विकल्प होगा...
✔ (D) सभी
स्पष्टीकरण ⦂
पंडित राज जगन्नाथ ने काव्य के तीन भेद माने हैं, जो है उत्तमोत्तम उत्तम, मध्यम और अधम।
- पंडितराज जगन्नाथ 16वीं-17वीं शताब्दी के उच्चकोटीचे कवि और समालोचक थे।
- पंडितराज जगन्नाथ में काव्य के चार भेद मैने हैं, जो कि उत्तमोत्तम, उत्तम, मध्यम और अधम हैं।
- पंडितराज जगन्नाथ नें काव्य से संबंधित अनेक रचनायें कीं जिनमें अमृत लहरी, गंगा लहरी, करुणा लहरी, लक्ष्मी लहरी, सुधा लहरी जैसे स्तोत्र तथा आसफ विलास, प्राणाभरण, जगदभरण जैसे प्रशस्ति काव्य शामिल हैं।
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