44
उसने कहा
धंधा वही करूँगा, यानी टार्च बेचूंगा। बस कंपनी बदल रहा हूँ।
प्रश्न-अभ्यास
1. लेखक ने टार्च बेचनेवाली कंपनी का नाम 'सूरज छाप' ही क्यों रखा?
2 पाँच साल बाद दोनों दोस्तों की मुलाकात किन परिस्थितियों में और कहाँ होती है?
3. पहला दोस्त मंच पर किस रूप में था और वह किस अंधेरे को दूर करने के लिए टा
बेच रहा था?
4. भव्य पुरुष ने कहा 'जहाँ अंधकार है वहीं प्रकाश है। इसका क्या तात्पर्य है?
5. भीतर के अंधेरे की टार्च बेचने और 'सूरज छाप' टार्च बेचने के धंधे में क्या फ़र्क है?
के आधार पर बताइए।
6. 'सवाल के पाँव जमीन में गहरे गड़े हैं। यह उखड़ेगा नहीं।' इस कथन में मुनष्य की
प्रवृत्ति की ओर संकेत है और क्यों?
को आधार बनाका
Answers
Answered by
0
Answer:
44
उसने कहा
धंधा वही करूँगा, यानी टार्च बेचूंगा। बस कंपनी बदल रहा हूँ।
प्रश्न-अभ्यास
1. लेखक ने टार्च बेचनेवाली कंपनी का नाम 'सूरज छाप' ही क्यों रखा?
2 पाँच साल बाद दोनों दोस्तों की मुलाकात किन परिस्थितियों में और कहाँ होती है?
3. पहला दोस्त मंच पर किस रूप में था और वह किस अंधेरे को दूर करने के लिए टा
बेच रहा था?
4. भव्य पुरुष ने कहा 'जहाँ अंधकार है वहीं प्रकाश है। इसका क्या तात्पर्य है?
5. भीतर के अंधेरे की टार्च बेचने और 'सूरज छाप' टार्च बेचने के धंधे में क्या फ़र्क है?
के आधार पर बताइए।
6. 'सवाल के पाँव जमीन में गहरे गड़े हैं। यह उखड़ेगा नहीं।' इस कथन में मुनष्य की
प्रवृत्ति की ओर संकेत है और क्यों?
को आधार बनाका
Explanation:
not understanding sooryy
Answered by
0
Answer:
धंधा वही करूँगा, यानी टार्च बेचूंगा। बस कंपनी बदल रहा हूँ।
Similar questions