440 वोल्ट व 5 एम्पियर धारा का मोटर 40 मिनट तक 80% वैधुत ऊर्जा का यान्त्रिक ऊर्जा में बदल देता है वह कितने किलोग्राम जल 60 मीटर ऊपर चढ़ा देगा (g=10m/s
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The 440-Volt Shock Will Touch The Flashlight Model
सतना. शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय व्यंकट-१ में बुधवार को हुई जोन स्तरीय इंस्पायर अवार्ड मानक प्रदर्शनी में शहडोल और रीवा संभाग के १०९ बाल वैज्ञानिकों ने हिस्सा लिया। सबने अपने-अपने मॉडल की खासियत व उद्देश्य बताए। रीवा एक्सीलेंस स्कूल के छात्र वेदप्रकाश पाण्डेय ने जल प्रदूषण कम करने के उद्देश्य से मॉडल प्रदर्शित किया। उन्होंने प्लास्टिक की बॉटल, लोहे की कील व पुरानी कंघी से एक मॉडल तैयार किया है, जो पानी के साथ बहने वाले कचरे को अलग करने में मदद करता है। बताया कि पॉलिथीन से आए दिन नालियां चोक हो जाती हैं लेकिन इस उपकरण को लगा दिया जाए तो पानी से कचरा अलग हो जाएगा। नाली भी चोक नहीं होगी। इससे नदी-नालों व पोखर का पानी भी कचरा रहित करने में मदद मिलेगी। उन्होंने यह प्रोजेक्ट शिक्षक डॉ. रामनरायण तिवारी के मार्गदर्शन में बनाया है। मॉडल स्कूल रीवा के सुधांशु सिंह ने शिक्षक मनोज सोनी के मार्गदर्शन में की तर्ज पर मॉडल बनाया है, जो निगरानी के काम आता है।
... और मोबाइल पर आ जाएगा मैसेज
अनूपपुर के स्टूडेंट ने महिला सुरक्षा पर एक मॉॅडल तैयार किया है। टॉर्चनुमा यह मॉडल अत्याधुनिक उपकरणों पर आधारित है। इसे टच करते ही सामने वाले को ४४० बोल्ट का झटका लगेगा। साथ ही इससे कनेक्ट मोबाइल पर मैसेज जाएगा। बताया कि यह उपकरण वाहन व घरों में भी लगाया जा सकता है ताकि आपके न रहने पर भी कोई छेड़छाड़ करे तो पता चल सके।
दो दिन चलेगी प्रदर्शनी
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सहयोग से आयोजित दो दिवसीय प्रदर्शनी का शुभारंभ बुधवार की दोपहर अपर कलेक्टर आइजे खलको व केंद्र सरकार द्वारा नामांकित जूरी मेंबर डॉ. आशुतोष शुक्ला ने किया। इस मौके पर जूरी मेंबर डॉ. जेपी गुप्ता, डॉ. एनके भगत, जिला शिक्षा अधिकारी टीपी सिंह, सहायक संचालक शिक्षा एनके सिंह, उत्कृष्ट विद्यालय के प्राचार्य गोपाल शरण सिंह चौहान मौजूद रहे।
एक हजार बच्चों ने अपलोड किया था मॉडल
जिला विज्ञान अधिकारी डॉ. त्रिपाठी ने बताया कि संभाग में सर्वाधिक एक हजार आइडिया सतना जिले से अपलोड किए गए थे। इसमें से २७ विद्यार्थियों के नवाचार इंस्पायर अवार्ड के लिए चयनित किए गए। २७ में से २६ ने जोन स्तरीय प्रदर्शनी में शामिल किया। इनमें से १० फीसदी बाल वैज्ञानिकों के मॉडल प्रदेश स्तर के चयनित किए जाएंगे। जूरी मेंबर की सहायता हेतु नियुक्त अधिकारी प्रमोद तिवारी डॉ. रामानुज पाठक, डॉ. अनिमेष महिमा, अरुण कुमार मौर्य सहित डीइओ ऑफिस के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे। व्याख्याता जय नारायण पांडेय ने संचालन किया।
विज्ञान शिक्षा के प्रति रुचि जगाना ही उद्देश्य
जिला विज्ञान अधिकारी डॉ. एमपी त्रिपाठी ने बताया कि इंस्पायर अवार्ड प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों में विज्ञान शिक्षा के प्रति रुचि व वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करना है। विद्यार्थी को अपने आइडिया को इंस्पायर अवार्ड की वेबसाइट पर अपलोड करना होता है। केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा कुछ मॉडल चयनित कर विद्यार्थी के खाते में 10 हजार रुपए जमा किए जाते हैं जिससे वह मॉडल तैयार कर पहले जिला, जोन व राज्य स्तर पर प्रदर्शशित करता है। जोन स्तरीय इस प्रदर्शनी में आठ जिलों के 101 बाल वैज्ञानिक अपने मॉडल व नवाचारी विचारों के साथ शामिल हुए। इसमें सर्वाधिक 26 प्रतिभागी सतना के हैं। जबकि, रीवा से 20, डिंडौरी 9, अनूपपुर से 11, उमरिया से 06, सिंगरौली से 12, शहडोल से 07 व सीधी जिले से 10 मॉडल सम्मिलित किए गए।