CBSE BOARD X, asked by errorgaming091, 3 months ago

(5)
14. अब्बा दवारा पहले बच्चों से यह कहा जाना कि जो काम नहीं करेगा उसे रात का खाना हरगिज़
नहीं मिलेगा, और अंत में यह कहना कि अगर किसी बच्चे ने घर के किसी चीज़ को हाथ
लगाया तो बस, रात का खाना बंद हो जाएगा| आपकी दृष्टि में क्या यह किसी समस्या का
उचित समाधान है?​

Answers

Answered by zobiyasayyed
14

Explanation:

इस कहानी द्वारा लेखिका यह बताती है कि किसी कामचोर बच्चे से काम कराने से पहले सही तरीके से उसे काम करना सीखना चाहिए नहीं तो सब उल्टा-पुलटा हो जाता है। प्रस्तुत पाठ ‘कामचोर’ में भी जब बच्चों को घर के कुछ काम जैसे गन्दी दरी को झाड़ कर साफ करना, आँगन में पड़े कूड़े को साफ़ करना, पेड़ों में पानी देना आदि बताए गए और कहा गया कि अगर वे यह सब काम करेंगे तो उन्हें कुछ-न-कुछ ईनाम के तौर पर मिलेगा। ईनाम के लालच में बच्चों ने घर के काम करने की ठान ली। परन्तु बच्चों ने जब कोई भी कोई भी काम करना शुरू किया किसी भी काम को सही से खत्म करने के बजाए उन्होंने सारे कामों को और ज्यादा ख़राब कर दिया। जिससे घर के सभी सदस्य परेशान हो गए और बच्चों को घर से बाहर निकाल दिया और कहा कि अगर अब किसी भी बच्चे ने घर के किसी भी सामान को हाथ लगाया तो उन्हें रात का खाना नहीं मिलेगा। इस पर बच्चों को समझ नहीं आ रहा था कि घर वाले न तो उन्हें काम करने देते हैं और न ही बैठे रहने देते हैं। लेखिका के अनुसार ऐसा इसलिए हो रहा था क्योंकि घर वालों ने बच्चों को काम तो बता दिए थे परन्तु काम करने का सही तरीका नहीं समझाया था।

Similar questions