5. बोध प्राप्त कररने का क्या आशय है?
Answers
Answer:
अपठित अवतरण को पढ़कर बसके अर्थ को समझना ‘अपठित बोध‘ कहलाता है। अपठित अनुच्छेद में कुछ ऐसे शब्द भी हो सकते है जिनके अर्थ से आप सुपरिचित न हों, किन्तु आपको बिना घबराये हुए पूरे अवतरण को ध्यानपूर्वक पढ़कर यह जानने का प्रयास करना चाहिए कि इस अवतरण का मूल विषय क्या है ओर उसमें क्या बात कही गई है। यहद आपने अपठित अवतरण के विचारों को समझ लिया तो अवतरण पर पूछे गए प्रश्नों का उत्तर आसानी से दे सकेंगे। अपठित अवतरण को दो-तीन बार पढ़ने से अनुच्छेद में आए हुए भावांे एवं विचारों को अपने शब्दों में व्यक्त करने की क्षमता व्यक्ति में आ जाती है। इससे विद्यार्थियों की बोध शक्ति (समझ) एवं भाषा पर उनके अधिकार की भी परीक्षा हो जाती है।
अपठित अवतरण पर कई तरह के प्रश्न पूछे जा सकते हैं, यथा-
1. अपठित अवतरण का सार या भावर्थ
2. अपठित अवतरण से सम्बन्धित प्रश्नों के उत्तर
3. अपठित अवतरण का शीर्षक
4. अपठित अवतरण में आए कुछ शब्दों के अर्थ
5. अपठित अवतरण के कुछ वाक्यों की व्याख्या
अपठित अवतरण को हल करने की विधि
1. अवतरण को कम-से-कम दो बार ध्यान से पढ़ना चाहिए।
2. यह समझने का प्रयास करना चाहिए कि अपठित अवतरण की विषय-वस्तु क्या है।
3. अवतरण के मूलभाव को अच्छी तरह समझ लेना चाहिए