5. “घर में विधवा रही पतोहू ..../ खैर पैर की जूती, जोरू/एक न सही दूजी आती" इन पंक्तियों को ध्यान में रखते हुए 'वर्तमान समाज और स्त्री' विषय पर एक लेख लिखें। write a paragraph
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“घर में विधवा रही पतोहू ..../ खैर पैर की जूती, जोरू/एक न सही दूजी आती" इन पंक्तियों को ध्यान में रखते हुए 'वर्तमान समाज और स्त्री' विषय पर एक लेख लिखें।
वर्तमान समाज और स्त्री के प्रति अब सोच बदल गई | आज के समय में स्त्रियां बहुत आगे निकला गई है | सभी घरों में बेटियों , बहुयों सभी को प्यार दिया जाता है | आज की स्त्रियां हर क्षेत्र में आगे है | वह किसी भी से कम नहीं है | पुरुषों के साथ मिलकर काम कर रही है |
आज के समय समय में स्त्रियाँ किसी की गुलाम नहीं है | वह अपने लिए आवाज़ उठाती है | अपने साथ अत्याचार नहीं होने देती है | आज के समय में एक स्त्री एक अच्छी डॉक्टर है , एक वकील है , एक अच्छी शिक्षिका है , एक अच्छी सिपाही है , अच्छी पायलट है , एक अच्छी इंजीनियर है | आज की स्त्री सबसे आगे है |
बहुत सारे उदाहरण जहाँ नारियां आगे गई जैसे इंदिरा गांदी, झाँसी की रानी , सरोजिनी नायडू , कल्पना चावला जिन्होंने अपने दम पर काम किया और अपने काम को साबित किया | बहुत सारे उदाहरण जहाँ नारियां आगे गई जैसे इंदिरा गांदी, झाँसी की रानी , सरोजिनी नायडू , कल्पना चावला जिन्होंने अपने दम पर काम किया और अपने काम को साबित किया |