Hindi, asked by asharfi718, 7 months ago

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हमारे परम पूजनीय आर्यगण अपनी बात का इतना पक्ष करते थे कि "तन पिय तनय धाम धन बरनी।
सत्यसंध कहँ तुन सम बरनी।” अथच “प्रानन ते मुत अधिक है सुन ते अधिक परान। ते दुनो दशरथ नज
वचन न दीन्हों जान।' इत्यादि उनकी अक्षर-मंबद्धा कीर्ति सदा संसार पटिटका पर सीन के अक्षरों में लिखी
रहेगी, पर आजकल के बहुतेरे भारत कुपुत्रों ने यह ढंग पकड़ रखा है 'मर्द की जबान' (बात का उदय​

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Answered by mamtakambojkanjanu
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Answer:

থ্রু এইচটিএইচ জে কেজেজি কেজিফডি জেফি কেএলপু এলএলএইচজিফ্ট ft

Explanation:

మా దేశం యొక్క భవిష్యత్తు మీకు ఆసక్తి ఉన్న విషయాల యొక్క మీ పేరు మరియు చిరునామా, అప్పుడు నేను భారతదేశం యొక్క భవిష్యత్తు కోసం ప్రయత్నిస్తున్నాను మరియు చెల్లుబాటు అయ్యే ద్వారా చిరునామా చేస్తాను మరియు నేను ఉత్తర భూమికి రియా కాంబోజ్

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