5. (इ) निबंधलेखन :
निम्नलिखित विषयों में से किसी एक विषय पर लगभग 80 से 100
शब्दों में निबंध लिखिए :
d) जीवन में गुरु का महत्त्व.
2) अगर देश में पुलिस न हो।
Answers
Answer:
Explanation:
अपने देश की विशेषता अर्थात् गुरु-शिष्य परंपरा । गुरु ही हमें अज्ञान से बाहर निकालते हैं । शिक्षक ये अपने गुरु ही हैं । इस कारण हमें गुरुपूर्णिमा के दिन ही ‘शिक्षकदिन’ मनाकर उनके चरणों में कृतज्ञता व्यक्त करनी चाहिए । प्रथम हम ‘गुरु’ इस शब्द का अर्थ समझ लेते हैं । ‘गु’ अर्थात् अंधकार और ‘रु’ अर्थात् नष्ट करना ।’ गुरु हमारे जीवन के विकारोंका अज्ञान दूर कर आनंमय जीवनयापन कैंसे करें, वह हमें सिखाता है ।
वास्तव में हमें शिक्षकदिन गुरुपूर्णिमा के दिन मनाना चाहिए और इस दिन उन्हें भावपूर्ण नमस्कार कर उनका आशीर्वाद लेना चाहिए । गुरु अर्थात् हमारे शिक्षक और शिष्य अर्थात् हम होते हैं; अत एव हमें इसी दिन शिक्षकदिन मनाना चाहिए ।
शिक्षक हमें अनेक विषयों का ज्ञान देते हैं । वे इतिहास सीखाते हैं । उससे वे हमारा राष्ट्राभिमान जागृत करते हैं । ‘हमें हमारे लिए नहीं, अपितु राष्ट्र हेतु जीना है ’ ऐसा व्यापक विचार वे हमें प्रदान करते हैं । भगतसिंह, राजगुरु, सुखदेव इत्यादि क्रांतिकारकोंने राष्ट्र हेतु प्राणार्पण किया, उनके अनुसार हमें त्याग करना चाहिए । ‘त्याग ही हमारे जीवन का आधार है’, यह हमें शिक्षक बताते हैं । त्यागी बच्चे ही राष्ट्र की रक्षा कर सकते हैं । इतिहासद्वारा हमारे आदर्श निश्चित होते हैं, उदा. छत्रपति शिवाजी महाराज, वीर सावरकर ही हमारे वास्तविक आदर्श हैं । उनके अनुसार हमें त्यागी वृत्ति का बनना चाहिए ।
PLEASE MARK ME BRAINLLIEST