5. कोष्ठकात् समुचित क्रियापदं चित्वा वाक्यानि पूरयत
(क) अद्य युवाम् विद्यालयं किमर्थं न
.....?
(अगच्छताम्, अगच्छतम्, अगच्छत, अगच्छन्)
(ख) यूयम् कं पाठम्
?
(अपठत, अपठत्, अपठन्, अपठः)
(ग) त्वं सायं कुत्र
?
(गमिष्यसि, गमिष्यथः, गमिष्यथ, गमिष्यामि)
(घ) विद्वान् सर्वत्र पूज्यते । (पूज्यन्ते, पूज्येते, पूज्यते, पूजते)
6. उचितं पदं चित्वा रेखांकितपदानि संशोध्य लिखत -
(क) मम पार्श्वे पञ्च पुस्तकाः सन्ति । (पुस्तकम्, पुस्तकः, पुस्त
(ख) अहं नेत्रयों: पश्यामि । (नेत्रेभ्यः, नेत्रेः, नेत्रेषु, नेत्राभ्याम्)
(ग) त्वं मम् मित्रम् अस्ति । (भवति, अस्मि, स्तः, असि)
(घ) किं सा ह्यः आगमिष्यति ? (आगमिष्यत्, आगच्छति, आग
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सौर मण्डल
सूर्य एवं परिक्रमा करते आकाशीय शरीर का तंत्र
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सौर मंडल में सूर्य और वह खगोलीय पिंड सम्मलित हैं, जो इस मंडल में एक दूसरे से गुरुत्वाकर्षण बल द्वारा बंधे हैं। किसी तारे के इर्द गिर्द परिक्रमा करते हुई उन खगोलीय वस्तुओं के समूह को ग्रहीय मण्डल कहा जाता है जो अन्य तारे न हों, जैसे की ग्रह, बौने ग्रह, प्राकृतिक उपग्रह, क्षुद्रग्रह, उल्का, धूमकेतु और खगोलीय धूल।[5][6] हमारे सूरज और उसके ग्रहीय मण्डल को मिलाकर हमारा सौर मण्डल बनता है।[7][8] इन पिंडों में आठ ग्रह, उनके 172 ज्ञात उपग्रह, पाँच बौने ग्रह और अरबों छोटे पिंड शामिल हैं। इन छोटे पिंडों में क्षुद्रग्रह, बर्फ़ीला काइपर घेरा के पिंड, धूमकेतु, उल्कायें और ग्रहों के बीच की धूल शामिल हैं।
सौर मंडल
Solar sys.jpg
सौर मंडल का मुख्य रूप - 8 ग्रह, 1 बौना ग्रह, क्षुद्रग्रह पट्टी तथा एक धूमकेतू को दर्शाता हुआ (पैमाने के अनुसार नहीं)।
आयु
4.568 अरब वर्ष
स्थिति
स्थानीय अंतरतारकीय बादल, स्थानीय बुलबुला, शिकारी-हन्स भुजा, दुग्ध मेखला आकाशगंगा
तंत्र द्रव्यमान
1.0014 सौर द्रव्यमान
निकटतम सितारा
प्रॉक्सिमा सेन्टॉरी (4.22 प्रकाश वर्ष), मित्र तारा प्रणाली (4.37 प्रकाश वर्ष)
निकटतम ज्ञात ग्रहीय मण्डल
ऍप्सिलन ऍरिडानी तारा प्रणाली (10.49 प्रकाश वर्ष)
ग्रहीय मण्डल
बाहरी अर्द्ध प्रमुख धुरी ग्रह (वरुण)
4.503 अरब किलोमीटर (30.10 ख० इ०)
क्विपर चट्टान की दूरी
50 ख० इ०
ज्ञात तारों की संख्या
1
ग्रहों की संख्या
8
ज्ञात बौने ग्रहों की संख्या
5 (दर्जनों से अधिक की पुष्टि का इन्तजार)
ज्ञात प्राकृतिक उपग्रहों की संख्या
525
(185 ग्रहीय[1] और 347 हीन ग्रहीय[2])
हीन ग्रहों की संख्या
7,78,897 (21 जून 2018 तक)[3]
धूमकेतुओं की संख्या
4,017 (21 जून 2018 तक)[3]
पहचाने गए गोले उपग्रहों की संख्या
19
गेलेक्टिक केंद्र के लिए कक्षा
अविकारी सतह का गैलेक्टिक सतह की ओर झुकाव
60.19° (क्रांतिवृत्त)
गैलेक्टिक केंद्र की दूरी
27,000±1,000 प्रकाश वर्ष
कक्षीय गति
220 किलोमीटर प्रति सेकंड
कक्षीय अवधि
2.25–2.50 अरब वर्ष
सितारा संबंधित गुण
तारों का वर्गीकरण
G2V
फ्रॉस्ट लाइन (खगोलशास्त्र)
≈5 ख० इ० [4]
हेलीपॉज की दूरी
≈120 ख० इ०
पहाड़ी क्षेत्र त्रिज्या (radius)
≈1–2 प्रकाश वर्ष
सौर मंडल में सूर्य और ग्रहीय मण्डल
सौर मंडल के चार छोटे आंतरिक ग्रह बुध, शुक्र, पृथ्वी और मंगल ग्रह जिन्हें स्थलीय ग्रह कहा जाता है, जो मुख्यतया पत्थर और धातु से बने हैं। और इसमें क्षुद्रग्रह घेरा, चार विशाल गैस से बने बाहरी गैस दानव ग्रह, काइपर घेरा और बिखरा चक्र शामिल हैं। काल्पनिक और्ट बादल भी सनदी क्षेत्रों से लगभग एक हजार गुना दूरी से परे मौजूद हो सकता है।
सूर्य से होने वाला प्लाज़्मा का प्रवाह (सौर हवा) सौर मंडल को भेदता है। यह तारे के बीच के माध्यम में एक बुलबुला बनाता है जिसे हेलिओमंडल कहते हैं, जो इससे बाहर फैल कर बिखरी हुई तश्तरी के बीच तक जाता है।
सौर परिवार खोज और अन्वेषण
संरचना और संयोजन
सूर्य
सौर वायु
ग्रहीय मण्डल
स्थलीय ग्रह
गैसीय ग्रह
क्षुद्रग्रह घेरा
सन्दर्भ
बाहरी कड़ियाँ
Last edited 4 days ago by रोहित साव27
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