Hindi, asked by hanmitha555foru, 3 months ago

5.
कबीर के दोहे कविता का भाव अपने शब्दों में लिखो?​

Answers

Answered by uttkarshamodshe
2

Answer:

पोथी पढ़ि पढ़ि जग मुआ, पंडित भया न कोय, ढाई आखर प्रेम का, पढ़े सो पंडित होय। भावार्थ: कबीर दास जी कहते हैं कि किताबें पढ़ पढ़ कर लोग शिक्षा तो हासिल कर लेते हैं लेकिन कोई ज्ञानी नहीं हो पाता। जो व्यक्ति प्रेम का ढाई अक्षर पढ़ ले और वही सबसे बड़ा ज्ञानी है, वही सबसे बड़ा पंडित है।

please mark me as brainliest.

Similar questions