5 कभी- कभी अज्ञानता ही आशीर्वाद बन जाती है
| -----इस कथन के आधार पर कहानी लिखें
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sorry I don't know the answer
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अज्ञानता बनी आशीर्वाद
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जीवन चमत्कारों से भरा है।कई बारी जीवन में ऐसे ही बातें हो जाती हैं कि लगता है को बात तो बिल्कुल सही होती है।
एक बार मुंबई शहर के एक व्यवसाई को व्यवसाय में बोहोत नुक़सान हुआ। वो जीवन में परेशान रहने लगा।
बीवी बच्चे सबसे बात करनी कम करदी।
एक बार अपने दोनों बच्चो और पत्नी सहित वो समुद्र किनारे घूमने गया।यही सोचकर कि शायद घोम्म फिर कर थोड़ा मन बदले।
व्यवसाई और उनकी पत्नी समुद्र किनारे घूमने लगे।तभी उन्होंने देखा कि बच्चे मिट्टी से बड़े बड़े किले बना रहे हैं।लेकिन समुद्र की लहरें सब तेहेस नेहस कर देती हैं।
व्यापारी को हंसी आयी और उसने बच्चो से कहा कि "बेटा मिट्टी का किला बनाने का फायदा नहीं क्यूंकि वो तो समुद्र मैं डूब जाएगा।"
बच्चे बोले "पापा कोई बात नहीं हर बार मेहनत का फल मीठा नहीं होता।लेकिन हम मेहनत करना नहीं छोड़ेंगे"
बच्चो द्वारा अनजाने में कहीं बात में बोहोत गहराई थी।व्यापारी को अच्छी सीख मिली।उसने तनाव से बाहर आकर दुगनी मेहनत की और अगले साल दुगना मुनाफा कमाया।