5. निम्न पंक्ति की संदर्भ -प्रसंग सहित व्याख्या कीजिये।
बोली एक अनमोल है, जो कोई बोलै जानि।
हिये तराजू तौलि कै, तब मुख बाहर आनि ।।
जब गुण कूँ गाहक मिले, तब गुण लाख बिकाइ।
जब गुण कूँ गाहक नही, तब कौडी बदलै जाइ।।
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बोली एक अनमोल है, जो कोई बोलै जानि,
हिये तराजू तौलि के, तब मुख बाहर आनि।
अर्थ : यदि कोई सही तरीके से बोलना जानता है तो उसे पता है कि वाणी एक अमूल्य रत्न है। इसलिए वह ह्रदय के तराजू में तोलकर ही उसे मुंह से बाहर आने देता है.
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