5. निम्नलिखित गदा को ध्यानपूर्वक, पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के लिए सही उत्तर लिखिए-2x3-
चार पाँच बजे के करीब 4 गाँव से पील पा पर था, तो सुपति इंतजार करते हुए मिले। मंगोलों
वैसे ही लाल होता है, और अब तो ये पूरे गुस्स पथ। उन्होंने कहा-“मैंने दो टोकरी कडे फू
तीन-तीन बार चाय की गरम किया।" मैंने बहुत नरमी से जवाब दिया-“लेकिन मेरा कसूर नहीं
देख नहीं है, हो, कैसा घाड़ा मिला है। मैं तो रात तक पहुँचने की उम्मीद रखता था।" खैर
को जितनी जल्दी गुस्सा आता था, उतनी ही जल्दी वह ठंडा भी हो जाता था।
(1) गुपति कौन थे? तथा लेखक ने कैसे जाना कि सुपति गुस्से में थे?
(11) गद्यांश के आधार पर सुपति की विशेषता बताएँ।
(11) इस गद्यांश के लेखक कौन हैं?
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सुपति ek senapati the लेखक ने ek jhatke me jannliya
2.सुपति को जितनी जल्दी गुस्सा आता था, उतनी ही जल्दी वह ठंडा भी हो जाता था। yahi uski viseshtaye hain
3.मंगोलों issa gadyansh ke lekhahk hain
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