Hindi, asked by jigyashapriyadarshi6, 8 months ago

5. निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दें-
भारत में पहली मूक फ़िल्म बनाने का श्रेय दादा साहेब फाल्के को जाता है। यह फिल्म थी
1913 में बनी– 'राजा हरिश्चंद्र'। इसके बाद के दो दशकों में कई और मूक फिल्में बनीं
इनके कथानक धर्म, इतिहास और लोक गाथाओं के इर्द-गिर्द बुने जाते रहे। 1931 में पहली
बोलती फ़िल्म बनी– 'आलमआरा'। इसके बाद फिल्मों का दौर शुरू हुआ। आज़ादी के बाद
जहाँ एक तरफ़ भारतीय सिनेमा ने देश के सामाजिक यथार्थ को गहराई से पकड़कर आवाज़
देने की कोशिश की, वहीं लोकप्रिय सिनेमा ने व्यावसायिकता का रास्ता अपनाया।

(क) पहली मूक फ़िल्म बनाने का श्रेय किसे दिया जाता है? यह कौन-सी थी और
कव बनी थी?

(ख) आज़ादी के बाद लोकप्रिय फ़िल्मों का मुख्य उद्देश्य क्या था?

(ग) लोकप्रिय सिनेमा ने व्यावसायिकता का रास्ता क्यों अपनाया?​

Answers

Answered by vthiara37
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Answer:

1.भारत में पहली मूक फ़िल्म बनाने का श्रेय दादा साहेब फाल्के को जाता है | यह फिल्म 'राजा हरिश्चंद्र' थी |

2.आज़ादी के बाद लोकप्रिय फ़िल्मों ने व्यावसायिकता का रास्ता अपनाया |

3. so sorry, last answer is not given....... and I can not give you wrong answer by my own.....

PLEASE MARK ME AS THE BRAINLIEST.

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