5. निम्नलिखित गद्यांश की संदर्भ सहित व्याख्या कीजिए -
देव ! यह मेरे पितृ पितामहों की भूमि है। ये बेचना अपराध है ; इसलिए मूल्य स्वीकार करना मेरी
सामथ्य के बाहर है। महाराज के बोलन पहले ही वृद्ध मंत्री ने तीखे स्वर से कहा - अबोध ! क्या
बक रही है ? राजकीय अनुग्रह का तिरस्कार ! तेरी भूमि से चौगुवा मूल्य है ; फिर कोशल का तो यह
सुनिश्चित राष्ट्रीय नियम है, तू आज से राजकीय रक्षण पाने की अधिकारिणी हुई। इस धन से अपने को
सुखी बना।
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मैथ्यू अर्नाल्ड की आलोचना का स्वरूप और प्रकार्य
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