5) निम्नलिखित काव्यांश पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए पक्षी और बादल, ये भगवान के डाकिए हैं,जो एक महादेश से दूसरे महादेश को जाते हैं। हम तो समझ नहीं पाते हैं मगर उनकी लाई चिट्ठियाँ पेड़, पौधे, पानी और पहाड़ बाँचते हैं। हम तो केवल यह आँकते हैं कि एक देश की धरती दूसरे देश को सुगंध भेजती है। और वह सौरभ हवा में तैरते हुए पक्षियों की पाँखों पर तिरता है। और एक देश का भाप दूसरे देश में पानी बनकर गिरता है।
२६) भगवान के डाकिए कौन-कौन हैं?
२७) महादेश से क्या तात्पर्य है?
२८) भगवान के डाकिए' द्वारा लाई गई चिट्ठियों को कौन पढ़ सकता है?
२९) सुगंध कहाँ-कहाँ जाता है?
३०) उपर्युक्त कवितांश किस पाठ भाग से लिया गया है?
Answers
Answered by
3
- इस कविता में “दिनकर” जी बताते है की पक्षी और बादल भगवान के डाकिए हैं जो एक विशाल देश का सन्देश लेकर दूसरे विशाल देश को जाते हैं। उनके लाये पत्र हम नहीं समझ पाते मगर पेड़-पौधे, जल और पहाड़ पढ़ लेते हैं। यहाँ कवि ने बादलों को हवा में और पक्षियों को पंखो पर तैरते दिखाया है।
- विशाल देश
- कवि का कहना है कि पक्षी और बादल भगवान के डाकिए हैं। जिस प्रकार डाकिए संदेश लाने का काम करते हैं, उसी प्रकार पक्षी और बादल भगवान का संदेश लाने का काम करते हैं। पक्षी और बादल की चिट्ठियों में पेड़-पौधे, पानी और पहाड़ भगवान के भेजे एकता और सद्भावना के संदेश को पढ़ पाते है
Meko aye 3 he malom hai
I know only 3 answer
I hope it help
Similar questions