Hindi, asked by s1241nileshkumar4479, 6 hours ago

5. श्लेष, उपमा एवं मानवीकरण अलकार की परिभाषा लिखते हुए उदाहरण भी लिखिए।​

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Answered by Sakshibaghe6619
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Answer:

1. श्लेष अलंकार- श्लेष का अर्थ है- चिपका हुआ। अर्थात् एक शब्द के अनेक अर्थ चिपके होते हैं। जब काव्य में कोई शब्द एक बार आए और उसके एक से अधिक अर्थ प्रकट हो, तो उसे श्लेष अलंकार कहते हैं; जैसे –

रहिमन पानी राखिए बिन पानी सब सून।

पानी गए न ऊबरै, मोती, मानुष चून।।

2.

उपमा अलंकार- जब काव्य में किसी वस्तु या व्यक्ति की तुलना किसी अत्यंत प्रसिद्ध वस्तु या व्यक्ति से की जाती है तो

उसे उपमा अलंकार कहते हैं; जैसे-पीपर पात सरिस मन डोला।

यहाँ मन के डोलने की तुलना पीपल के पत्ते से की गई है। अतः यहाँ उपमा अलंकार है।

उपमा अलंकार के अंग-इस अलंकार के चार अंग होते हैं –

उपमेय-जिसकी उपमा दी जाय। उपर्युक्त पंक्ति में मन उपमेय है।

उपमान-जिस प्रसिद्ध वस्तु या व्यक्ति से उपमा दी जाती है।

समान धर्म-उपमेय-उपमान की वह विशेषता जो दोनों में एक समान है।

उपर्युक्त उदाहरण में ‘डोलना’ समान धर्म है।

वाचक शब्द-वे शब्द जो उपमेय और उपमान की समानता प्रकट करते हैं।

उपर्युक्त उदाहरण में ‘सरिस’ वाचक शब्द है।

सा, सम, सी, सरिस, इव, समाना आदि कुछ अन्यवाचक शब्द है।

अन्य उदाहरण –

हाय! फूल-सी कोमल बच्ची हुई राख की ढेरी थी।

उपमेय – बच्ची

उपमान – फूल

साधारण धर्म – कोमल

वाचक शब्द – सी

3.

मानवीकरण अलंकार – जब जड़ पदार्थों और प्रकृति के अंग (नदी, पर्वत, पेड़, लताएँ, झरने, हवा, पत्थर, पक्षी) आदि पर मानवीय क्रियाओं का आरोप लगाया जाता है अर्थात् मनुष्य जैसा कार्य व्यवहार करता हुआ दिखाया जाता है तब वहाँ मानवीकरण अलंकार होता है; जैसे –

हरषाया ताल लाया पानी परात भरके।

यहाँ मेहमान के आने पर तालाब द्वारा खुश होकर पानी लाने का कार्य करते हुए दिखाया गया है। अतः यहाँ मानवीकरण अलंकार है।

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