Hindi, asked by 22tapan7990038846, 17 days ago

5) 'उत्साह कविता के शीर्षक की सार्थकता तर्क सहित स्पष्ट कीजिए।​

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Answered by shishir303
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‘उत्साह’ कविता का शीर्षक ‘उत्साह’ इसलिये रखा गया क्योंकि इस कविता के माध्यम से कवि ने बादलों आह्वान करके बादलों को क्रांति व चेतना का प्रतीक बनाया है। इस कविता के माध्यम से कवि ने लोगों के मन में उत्साह भरने का प्रयत्न किया है, इसलिये ये शीर्षक पूर्ण रूप से सार्थक है।

व्याख्या ⦂

✎... ‘उत्साह’ कविता ‘सूर्यकांत त्रिपाठी निराला’ जी द्वारा रचित कविता है, जो कि एक आह्वान गीत है। इसमें कवि ने बादलों का आह्वान किया है। कवि ने बादलों को नवचेतना व क्रांति का प्रतीक बनाया है। किसी भी परिवर्तन के लिए नवचेतना की आवश्यकता होती है। गर्मी से त्रस्त वातावरण में बादल परिवर्तन की क्रांति बनकर गरजते-बरसते हैं तो मौसम सुहावना होता है और गर्मी से त्रस्त प्राणियों को राहत मिलती है। इस तरह बादल क्रांति द्वारा परिवर्तन लाकर नवचेतना का प्रतीक बनते ,हैं इसीलिए कवि बादलों का आह्वान कर रहा है।

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Answered by 11bebo03
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Answer:

वह बादलों से गरज-गरज कर सारे संसार को नया जीवन प्रदान करने की प्रेरणा देता है जिनके भीतर वज्रपात की शक्ति छिपी हुई है। वह संसार को नई प्रेरणा और जीवन प्रदान करने की क्षमता रखता है इसलिए कवि ने बादलों के विशेष गुण के आधार पर इस कविता का शीर्षक उत्साह रखा है

Explanation:

May I Got it right??

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