5. वाष्पन को प्रभावित करनेवाले कारणों का उल्लेख करें।
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Answer:1 - जल की उपलब्धता:
स्थल भागों की अपेक्षा जल भागों से वाष्पीकरण अधिकहोता है। यही कारण है कि वाष्पीकरण महाद्वीपों की तुलना में महासागरों परअधिक होता है।
2 - तापमान:
हम जानते हैं कि गर्म वायु ठंडी वायु की तुलना में अधिक नमी धारणकर सकती है। अतः जब किसी वायु का तापमान अधिक होता है, वह अपने अन्दरकम तापमान की तुलना में अधिक नमी धारण करने की स्थिति में होती है। यहीकारण है कि शीत काल की तुलना में ग्रीष्म काल में वाष्पीकरण अधिक होता है, अतः गीले कपड़े सर्दियों की तुलना में गर्मियों में जल्दी सूख जाते हैं।
3 - वायु की नमी:
यदि किसी वायु की सापेक्ष आर्द्रता अधिक है तो वह कम मात्रा में अतिरिक्त नमी धारण कर सकती है। इसके विपरीत यदि सापेक्ष आर्द्रता कमहै तो अधिक मात्रा में अतिरिक्त नमी धारण कर सकती है। ऐसी स्थिति मेंवाष्पीकरण अधिक तेजी से होगा। वायु की शुष्कता भी वाष्पीकरण की दर को तेजकरती है। वर्षा वाले दिनों में वायु में अधिक नमी होने के कारण गीले कपड़े देरसे सूखते हैं।
4 - पवन:
हवा भी वाष्पीकरण की दर को प्र्रभावित करती है। यदि वायु शांत है, तो जलीय धरातल से लगी वायु वाष्पीकरण होते ही संतृप्त हो जाएगी। वायु के संतृप्तहोने पर वाष्पीकरण रूक जाएगा। यदि वायु गतिशील है तो वह संतृप्त वायु कोउस स्थान से हटा देती है उसके स्थान पर कम आर्द्रता वाली वायु आ जाती है।इससे वाष्पीकरण की प्रक्रिया फिर प्रारम्भ हो जाती है और तब तक होती रहतीहै जब तक संतृप्त वायु पवन द्वारा हटायी जाती रहती है।
5 - बादलों का आवरण:
मेघाच्छादन सौर विकिरण में अवरोध डालता है और किसीस्थान की वायु के तापमान को प्रभावित करता है। इस प्रकार यह अप्रत्यक्ष रूपसे वाष्पीकरण प्रक्रिया को नियंत्रित करता है।
plz mark as brainliest
vaastav ko prabhavit Karne wale karnon ka ullekh Karen