5
यता उपयुक्तपक जापनमवावलबनकामहरहा
प्र.2-निम्मतिखित अपठित पांश के आधार पर प्रश्नों को हत कीजिए।
चिड़िया को लाख समझो
को पिंजरे के बाहर
घरती बड़ी है निर्मम
अपने जिसकी गंद तक नही मिलेगी
दूं तबाहर समुद्र है, नदी है, इरल है
पर पानी के लिए भटकना है।
वहाँ कटोरी में भरा जत गटकन है,
बाहर दाने का टोट है,
.
बाहर बहेलिए का डर
यही निईद कंठ-स्तर है।
फिर भी चिड़िया मुक्ति का गाना गाएगी।
मारे जान की आशंका से भरे होने पर भी
पिंजरे से जितना अंग निकल सकेग निकालेगा
हर सू जोर लगाएगी।
और पिंजरा टूट जाने या खुल जाने पर उड़ जाएगी।
0 "पिंजरे के बाहर घरती बड़ी, निर्मम है” पंक्ति से क्या आशय है?
(1) कवि चिड़िया को संसार की किन वास्तविकताओ से अवगत कराना चाहता है।
(ii) बहर की दुनिया में सुखो का अभाव तथा प्राणो पर संकट होने के बावजूद चिड़िया मुक्त होना क्यो चाहती है?
(iv) प्रस्तुत काव्यांश में चिड़ियाँ किसका प्रतीक है।
(a) स्वाधीन चेतना का (b) पराधीन चेतना का (c) एक जीव मात्र का (d) कमजोर और असहाय का
(ज) चिडिया के समक्ष पिंजरे के बाहर कीन-सी समस्या है।
(a) खाने के लिए दाने का अभाव
(b) प्रत्येक क्षण मर जाने का भय
(c) आकाशमें न उड़ पाने का
(d) (a) और (b) दोनो
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Answer:
5
यता उपयुक्तपक जापनमवावलबनकामहरहा
प्र.2-निम्मतिखित अपठित पांश के आधार पर प्रश्नों को हत कीजिए।
चिड़िया को लाख समझो
को पिंजरे के बाहर
घरती बड़ी है निर्मम
अपने जिसकी गंद तक नही मिलेगी
दूं तबाहर समुद्र है, नदी है, इरल है
पर पानी के लिए भटकना है।
वहाँ कटोरी में भरा जत गटकन है,
बाहर दाने का टोट है,
.
बाहर बहेलिए का डर
यही निईद कंठ-स्तर है।
फिर भी चिड़िया मुक्ति का गाना गाएगी।
मारे जान की आशंका से भरे होने पर भी
पिंजरे से जितना अंग निकल सकेग निकालेगा
हर सू जोर लगाएगी।
और पिंजरा टूट जाने या खुल जाने पर उड़ जाएगी।
0 "पिंजरे के बाहर घरती बड़ी, निर्मम है” पंक्ति से क्या आशय है?
(1) कवि चिड़िया को संसार की किन वास्तविकताओ से अवगत कराना चाहता है।
(ii) बहर की दुनिया में सुखो का अभाव तथा प्राणो पर संकट होने के बावजूद चिड़िया मुक्त होना क्यो चाहती है?
(iv) प्रस्तुत काव्यांश में चिड़ियाँ किसका प्रतीक है।
(a) स्वाधीन चेतना का (b) पराधीन चेतना का (c) एक जीव मात्र का (d) कमजोर और असहाय का
(ज) चिडिया के समक्ष पिंजरे के बाहर कीन-सी समस्या है।
(a) खाने के लिए दाने का अभाव
(b) प्रत्येक क्षण मर जाने का भय
(c) आकाशमें न उड़ पाने का
(d) (a) और (b) दोनो
Explanation:
बाहर बहेलिए का डर
यही निईद कंठ-स्तर है।
फिर भी चिड़िया मुक्ति का गाना गाएगी।
मारे जान की आशंका से भरे होने पर भी
पिंजरे से जितना अंग निकल सकेग निकालेगा
हर सू जोर लगाएगी।
और पिंजरा टूट जाने या खुल जाने पर उड़ जाएगी।
0 "पिंजरे के बाहर घरती बड़ी, निर्मम है” पंक्ति से क्या आशय है?
(1) कवि चिड़िया को संसार की किन वास्तविकताओ से अवगत कराना चाहता है।
(ii) बहर की दुनिया में सुखो का अभाव तथा प्राणो पर संकट होने के बावजूद चिड़िया मुक्त होना क्यो चाहती है?
(iv) प्रस्तुत काव्यांश में चिड़ियाँ किसका प्रतीक है।
(a) स्वाधीन चेतना का (b) पराधीन चेतना का (c) एक जीव मात्र का (d) कमजोर और असहाय का
(ज) चिडिया के समक्ष पिंजरे के बाहर कीन-सी समस्या है।
(a) खाने के लिए दाने का अभाव
(b) प्रत्येक क्षण मर जाने का भय
(c) आकाशमें न उड़ पाने का
(d) (a) और (b) दोनो