51 सहयोग नगर बिलिमोरा 396321 सी डिग्री देसाई वडोदरा निवासी अपने मित्र प्रशांत को वर्षा का महत्व समझाते हुए पत्र लिखा है
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Answer:
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__________ (मित्र का पता)
प्रिय मित्र __________ (मित्र का नाम)
नमस्कार
तुम्हारा पत्र मिला पढ़ कर हाल चाल मालूम हुआ। जानकर बड़ा दुःख हुआ कि आपके शहर में पानी की बहुत कमी हो गई है। पानी का जैसे दुरुपयोग हो रहा है उससे यह स्थिति तो आनी ही थी। लोगों ने पानी के महत्व को कभी नहीं समझा और आज भी इसका समझदारी से प्रयोग नहीं किया जा रहा। अभी तो यह एक चेतावनी है कि अब भी अगर हम नहीं समझे तो आने वाले समय में मुश्किल हमारे आने वाली पीढ़ी को ही होने वाली है।
हमें जल संरक्षण के महत्व को समझना होगा। पानी का सही इस्तेमाल करना होगा। जैसे गाड़ी अथवा घर के फर्श को को चलते पानी से पाइप लगाकर धोना बन्द करना चाहिए। RO को भरते समय जो पानी वेस्ट होता है उस पानी का इस्तेमाल बर्तन अथवा कपड़े धोने के लिए पुनः इस्तेमाल किया जा सकता है।
ऐसी बहुत सी बातें हैं जिनसे हम पानी बचा सकते हैं। मुझे आशा है कि तुम भी ऐसा ही करोगे और दूसरों को भी पानी बचाने के लिए प्रोत्साहित करोगे।
तुम्हारा मित्र
__________ (आपका नाम)