52. “धन्य भूमि भारत सब रतननि की उपजावनि" पंक्ति किस कवि की हैं ?
(A) नरेश मेहता
(B) प्रेमघन
(C) भारतेन्दु
(D) राधाकृष्णदास
Answers
D राधाकृष्ण दास
plz mark branlist
सही विकल्प होगा...
✔ (B) प्रेमघन
स्पष्टीकरण ⦂
“धन्य भूमि भारत सब रतननि की उपजावनि" यह पंक्ति 'प्रेमघन' द्वारा कही गयी हैं। बद्रीनारायण चौधरी प्रेमघन हिंदी की एक महान साहित्यकार थे। वह भारतेंदु मंडल के से संबंध रखते थे। वह हिंदी और संस्कृत भाषा के प्रकांड पंडित थे। उन्होंने ही उपरोक्त पंक्तियां “धन्य भूमि भारत सब रतननि की उपजावनि" रचना की थी।
पंडित बद्रीनारायण चौधरी उपाध्याय प्रेमघन का जन्म 1 सितंबर 1855 ईस्वी को उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ शहर के दत्तापुर नामक गाँव में हुआ था। उनकी आरंभिक शिक्षा हिंदी और फारसी में हुई। बाद में उन्होंने अंग्रेजी में भी शिक्षा ग्रहण की और संस्कृत शिक्षा भी ली। उन्होंने भारत भारत सौभाग्य, प्रयाग रामागमन, संगीत सुधा सरोवर, भारत भाग्य उदय जैसी कृतियों की रचना की है। उन्होंने आनंद कादंबिनी नामक पत्रिका का संपादन भी किया।