Math, asked by hhhhhhhkunal157, 1 year ago

6 हेक्टेयर से गेहूं की पैदावार 280 क्विंटल है, 255 क्विंटल की पैदावार के लिए आवश्यक हेक्टेयर की संख्या

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Answered by ezza
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Step-by-step explanation:

संजय राठौर, शाजापुर। जिले के खरदौनकलां के एक किसान ने गेहूं का रिकॉर्ड तोड़ उत्पादन का दावा किया है। किसान ने प्रति हेक्टेयर 102 क्विंटल गेहूं उत्पादित किया। इसकी पुष्टि राजस्व विभाग, कृषि विभाग एवं कृषि वैज्ञानिकों ने भी की है। मालूम हो कि उज्जैन के किसान योगेंद्र कौशिक ने वर्ष 2013 में 95.66 क्विंटल प्रति हेक्टेयर गेहूं उत्पादित कर प्रदेश में रिकॉर्ड बनाया था।

खरदौनकलां निवासी कृषक जयनारायण पाटीदार ने अपनी पांच हेक्टेयर भूमि में से 4 हेक्टेयर भूमि (करीब 20 बीघा) में गेहूं उत्पादित किया। जयनारायण के खेत की क्रॉप कटिंग की पड़ताल पटवारी वीरेंद्र पाटील, गांव के सरंपच अशोक शर्मा, कृषि विकास अधिकारी सूरज आसेरी आदि ने ग्रामीणों के समक्ष की तो परिणाम चौंकाने वाले आए। उत्पादन प्रति हेक्टेयर 102 क्विंटल से ज्यादा आया। कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार आमतौर पर प्रति हेक्टेयर उत्पादन 50 क्विंटल होता है।

विधायक ने भी किया था खेतों का भ्रमण

किसान जयनारायण के खेत में जब गेहूं फसल खड़ी थी, उस समय ही गेहूं की बालियों को देखकर उत्पादन रिकॉर्ड तोड़ होने की संभावना दिख रही थी। इसे देखते हुए शाजापुर विधायक अस्र्ण भीमावद, सीसीबी अध्यक्ष शिवानारयण पाटीदार, कृषि वैज्ञानिक डॉ. राजीव उमठ, डॉ. जीआर अंबावतिया, डॉ. एसएस धाकड़, डॉ. एके मिश्रा, डॉ. गायत्री वर्मा, आत्मा परियोजना के आरपीएस नायक, विकासखंड कृषि अधिकारी केम, उन्न्तशील किसान शरद भंडावत आदि ने जयनारायण पाटीदार के खेत का भ्रमण किया था।

इन बातों का रखा ध्यान

डॉ. उमठ बताते हैं कि हिंदुस्तान का कुल उत्पादित होने वाले गेहूं में 85 प्रतिशत शरबती, 14 प्रतिशत मालवी कठिया तथा एक प्रतिशत गेहूं गुजरात का होता है। मालवा इलाके की आबो हवा कठिया गेहूं के लिए फायदेमंद है। इसलिए मालवा में मालवी वैरायटी के गेहूं की बुआई में अधिकतम उत्पादन की संभावना रहती है। कृषक जयनारायण ने बताया कि उन्होंने पूसा मंगल नामक कठिया वैरायटी के गेहूं की बुआई की।

बुआई में जल्दबाजी नहीं करते हुए 15 से 25 नवंबर की बीच माहौल अनुकूल होने पर गेहूं की बुआई की गई। बीज की मात्रा भी कम ही रखी। खेत में सल्फर, जिंक सहित अन्य तत्व उचित मात्रा में डाले, केंचुआ खाद का भी इस्तेमाल किया। स्प्रिंकलर व मेढ़ दोनों माध्यम से समय-समय पर सिंचाई की। इसका परिणाम यह रहा कि गेहूं उत्पादन रिकॉर्ड तोड़ हुआ।

रिकॉर्ड बनाया

किसान जयनारायण पाटीदार ने प्रति हेक्टेयर 102.40 क्विंटल के मान से उत्पादन लेकर रिकॉर्ड बनाया है। इस बात की पुष्टि क्रॉप कटिंग में भी हुई है।

-सूरज आसेर, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी

जिले का नाम किया रोशन

इस बार बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि की वजह से कई किसानों के गेहूं फसल को नुकसान हुआ था। ऐसी विपरीत परिस्थितियों में भी जयनारायण पाटीदार ने गेहूं का रिकॉर्ड तोड़ उत्पादन कर जिले का नाम रोशन किया है।

-डॉ. राजीव उमठ, कृषि वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केंद्र शाजापुर

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